रामलीला परिषद कनखल के तत्वाधान में धूमधाम से निकली शिव बारात
रामलीला परिषद कनखल के तत्वाधान में आज भगवान शिव की बारात उल्लास के साथ निकाली गई। नंदी पर सवार होकर महादेव निकले तो श्रद्धा, भक्ति और आस्था की त्रिवेणी में श्रद्धालु गोते लगाने लगे। भूत, पिशाच, गंधर्व, अघोरी आदि का वेष धरे नृत्य करते बाराती शिव बारात का दृश्य जीवंत कर रहे थे। मोहक झांकियों ने सभी को मुग्ध कर दिया।रामलीला परिषद की रामलीला का शुभारंभ शिव बारात के साथ हो गया। शोभायात्रा में बैंड बाजों की मधुर भक्ति धुनों पर श्रद्धालुओं को थिरकने पर विवश कर दिया। शोभायात्रा में , नवग्रह का सीन, घोड़े ऊंट आदि शामिल रहे। शोभा यात्रा जगद्गुरु आश्रम से चलकर बंगाली मोड़,झंडा चौक,होली चौक,लाटोवाली,थाना कनखल होते हुए रामलीला भवन चौक बाजार,कनखल में सम्पन्न हुई।भूत-प्रेत पिशाच भारी संख्या में बराती बनकर आए तथा नगर की सड़कों पर जमकर धमाल मचाया।।रामलीला परिषद के संयोजक शैलेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि प्रतिवर्ष की भांति श्रीरामलीला परिषद कनखल हरिद्वार 174 वां वार्षिकोत्सव बड़ी विशेष तैयारियों के साथ मनाने जा रहा है।3 अक्टूबर को श्रीराम विवाह शोभायात्रा एवं दक्षेश्वर महादेव मंदिर प्रांगण पर होने वाला दशहरा इस वर्ष विशेष आकर्षण का केंद्र रहेगा। उन्होंने बताया कि शेष सभी कार्यक्रम श्रीरामलीला भवन कनखल स्थित रंगमंच पर ही होंगे। श्री राम वनवास की लीला का सजीव मंचन कनखल स्थित राजघाट पर होगा ।उन्होंने बताया कि रंगमंच भव्य लेकिन पौराणिक दृष्यों के रूप में सजाया जा रहा है और प्रस्तुतीकरण की गुणवत्ता में विशेष सुधार किया।उन्होंने कहा कि श्रीरामलीला कमेटी मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के जीवन चरित्र को मौलिकता के साथ समाज में समाहित करने के उद्देश्य से योग्य एवं अनुभवी कलाकारों का चयन करती है।रामलीला का नाट्य मंचन रंगमंच पर श्रवण कुमार के नाटक से प्रारम्भ होगा।इस मौके पर रजत त्रिपाठी ,संजय कौशिक, प्रतीक चौधरी, इसांत सिंघल, योगेश भारद्वाज, सुधांशु,संदीप प्रधान,ओमप्रकाश, सुरेंद्र, विशाल, हिमांशु राजपूत, सिद्धार्थ त्रिपाठी,आदि उपस्थित रहे।