नेपाल में बाढ़ और भूस्खलन से जनजीवन ठप, सैकड़ो परिवार विस्थापित,अब तक 125 लोगों की मौत
नेपाल में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन से देश के कई हिस्सों में जनजीवन ठप हो गया है. नेपाल की मुख्य बागमती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. सैकड़ों परिवार विस्थापित हो गए हैं वहीं, बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 125 पहुंच गई हैनेपाल इस समय भारी बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन जैसे आपदाओं से जूझ रहा है. नेपाल के पूर्वी और मध्य का एक बड़ा हिस्सा शुक्रवार से जलमग्न है और देश के कई हिस्सों में अचानक बाढ़ आ गई है. पुलिस के एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 125 हो गई हैनेपाल में गुरुवार से लगातार तेज बारिश हो रही है, जिससे देश के ज्यादातर हिस्सों में बाढ़ की जारी है. वहीं, सशस्त्र पुलिस बल के सूत्रों के अनुसार, बाढ़ और भूस्खलन के कारण अभी भी 64 लोग लापता हैं जबकि 61 लोग घायल हुए हैं. इसमें सबसे अधिक तबाही काठमांडू घाटी में देखी जा रही है. कहा जा रहा है कि पिछले 40-45 साल में यहां इतनी विनाशकारी बाढ़ नहीं देखी गई. भूस्खलन की घटना में 6 फुटबॉल खिलाड़ियों की मौत काठमांडू के पास स्थित धादिंग जिले में शनिवार को एक बस के भूस्खलन की चपेट में आने से बड़ा हादसा हुआ. इस घटना में कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई. वहीं, भक्तापुर शहर में भूस्खलन में एक मकान ढहने से पांच लोगों के मरने की खबर है. देश भर में काठमांडू घाटी में सबसे ज्यादा लोगों की मौत हुई है. वहीं, बचाव अभियान अब भी जारी है.