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मां महागौरी की पूजा करने से भक्तों को जीवन के सभी कष्टो से मुक्ति मिलती है वैवाहिक जीवन में सुख और शांति बनी रहती है: स्वामी राम भजन वन
हरिद्वार, मां के आठवें स्वरूप महागौरी मां का वर्णन करते हुए स्वामी राम भजन जी महाराज ने अपने श्री मुख से भक्तजनों के बीच मां का उद्धार व्यक्त करते हुए कहा कि महागौरी देवी दुर्गा के आठवें स्वरूप के रूप में पूजी जाती हैं। मां पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में प्राप्त करने के लिए कठोर तपस्या की थी। कठोर तप के कारण उनका शरीर काला पड़ गया था। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें गंगा के पवित्र जल से स्नान कराया, जिससे उनका रंग अत्यंत गोरा हो गया और वे ‘महागौरी’ के नाम से जानी गईं। महागौरी का यह रूप शांति, करुणा और सौंदर्य का प्रतीक है। माना जाता है कि मां महागौरी के दर्शन और उनकी पूजा से सभी पाप समाप्त होते हैं और व्यक्ति को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा और व्रत का विशेष महत्व है। इस दिन व्रत रखने वाले भक्त उपवास रखकर मां की आराधना करते हैं। महिलाएं विशेष रूप से इस दिन मां महागौरी की पूजा करती हैं और उनके सौभाग्य की कामना करती हैं। व्रत के दौरान सफेद वस्त्र धारण कर मां को सफेद फूल और भोग अर्पित किया जाता है। इस व्रत को करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है। नवरात्रि के आठवें दिन को ‘महाअष्टमी’ के नाम से जाना जाता है। इस दिन मां महागौरी की पूजा करने से भक्तों को उनके जीवन के सभी कष्टों से मुक्ति मिलती है। मां की कृपा से वैवाहिक जीवन में सुख और शांति बनी रहती है lयह दिन विशेष रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो अपनी गलतियों के पश्चाताप के साथ जीवन में नई शुरुआत करना चाहते हैं। मां महागौरी की उपासना से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और सकारात्मकता का संचार होता है मां महागौरी की पूजा से कई प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं। उनकी पूजा करने से पापों का नाश होता है और जीवन में शांति, सुख और समृद्धि का आगमन होता है। मां महागौरी की कृपा से भक्तों को दीर्घायु, समृद्धि और स्वास्थ्य प्राप्त होता है। यह भी माना जाता है कि मां महागौरी की पूजा करने से विवाह में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और वैवाहिक जीवन में सौभाग्य की प्राप्ति होती है। उनकी उपासना से व्यक्ति के जीवन से नकारात्मकता समाप्त होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। मां महागौरी की पूजा और व्रत से भक्तों को अपार सुख और शांति प्राप्त होती है। उनका सफेद रंग और शांत स्वरूप शुद्धता और पवित्रता का प्रतीक है। नवरात्रि के आठवें दिन मां की पूजा से जीवन के सभी कष्ट समाप्त होते हैं और व्यक्ति को सफलता, शांति और समृद्धि मिलती है। मां महागौरी की कृपा से जीवन में शांति, सौम्यता और समृद्धि का संचार होता है।मां महागौरी का प्रिय रंग सफेद है, जो पवित्रता और शांति का प्रतीक है। इस दिन मां को सफेद वस्त्र, सफेद पुष्प और सफेद मिठाइयाँ चढ़ाई जाती हैं। विशेष रूप से खीर, नारियल की मिठाई या सफेद रंग की अन्य मिठाई मां को प्रिय मानी जाती हैं। सफेद रंग को मां महागौरी की पूजा में विशेष स्थान दिया जाता है, क्योंकि यह उनकी शीतल और शांत रूप का प्रतीक हैl
