PM Modi: नेहरू की चिट्ठी, OBC पर राजनीति, राहुल और विपक्षी गठबंधन, पीएम मोदी का सभी को जवाब; पढ़ें बड़ी बातें

PM Modi In Rajya Sabha: बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में इंडिया गठबंधन से लेकर डीके सुरेश के विवादित बयान और ओबीसी की राजनीति तक की बात की। पढ़िए पीएम मोदी के भाषण की बड़ी बातें:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दिया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने ओबीसी की राजनीति, गरीबों की चार जातियों, पूर्व पीएम नेहरू की नीतियों समेत कई मुद्दों पर बात की। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन पर भी निशाना साधा।
इंडिया गठबंधन पर तंज
प्रधानमंत्री मोदी ने भाषण के शुरुआत में कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन पर बात की। ममता बनर्जी के बयान का जिक्र करता हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘पश्चिम बंगाल से चुनौती आई है कि कांग्रेस 40 पार नहीं कर पाएगी। मैं प्रार्थना करता हूं कि आप 40 बचा पाएं।
डीके सुरेश के बयान की निंदा
पीएम ने डीके सुरेश के उत्तर-दक्षिण वाले विवादित बयान के जरिए कांग्रेस को घेरा। पीएम ने कहा, ‘जिस कांग्रेस ने सत्ता के लालच में सरेआम लोकतंत्र का गला घोंट दिया था, जिस कांग्रेस ने दर्जनों बार लोकतांत्रिक तरीके से आई सरकारों को रातों-रात बर्खास्त कर दिया था, जिस कांग्रेस ने अखबारों पर भी ताले लगाने की कोशिश की थी, अब देश को तोड़ने का नैरेटिव उस कांग्रेस ने गढ़ना शुरू कर दिया है। अब देश को उत्तर-दक्षिण में तोड़ने के बयान दिए जा रहे हैं।’
ओबीसी की राजनीति पर जवाब
देश में इन दिनों चल रही ओबीसी की राजनीति पर बात की। पीएम ने कहा, ‘जिस कांग्रेस ने ओबीसी को पूरी तरह कभी आरक्षण नहीं दिया, जिसने सामान्य वर्ग के गरीबों को कभी आरक्षण नहीं दिया, जिसने बाबा साहब को भारत रत्न के योग्य नहीं माना, केवल अपने परिवार को भारत रत्न देते रहे। वो अब हमें उपदेश दे रहे हैं, वो अब हमें सामाजिक न्याय का पाठ पढ़ा रहे हैं।’
पीएम ने कहा, ‘बाबा साहब के विचारों खत्म करने में कोई कसर इन्होंने नहीं छोड़ी। उनको भारत रत्न भी देने की तैयारी नहीं थी, वो भी जब भाजपा के समर्थन से दूसरी सरकार बनी तो बाबा साहब को भारत रत्न दिया गया।’
चार जातियों की बात दोहराई
पीएम अपने भाषणों में जातियों की बात करते आए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘राष्ट्रपति जी ने अपने अभिभाषण में विस्तार से 4 सबसे बड़ी जातियों के विषय में हम सबको संबोधित किया था। ये चार जातियां हैं – युवा, नारी, गरीब और हमारे अन्नदाता। हम जानते हैं कि इनकी समस्याएं और सपने एक समान है। इन चारों वर्गों की समस्याओं के समाधान के रास्ते भी एक समान ही हैं।’