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हरीश रावत ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ खोला मोर्चा

हरिद्वार,ज्वेलरी लूटकांड को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पुलिस-प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आज हरिद्वार के रानीपुर मोड पर 15 मिनट का मौन रखकर इसके बाद हरीश रावत ने रानीपुर मोड से परशुराम चौक तक पैदल मार्च किया। हरीश रावत ने पुलिस-प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि इसके बाद भी हरिद्वार रानीपुर ज्वेलरी लूटकांड का खुलासा नहीं हुआ तो वो इस लड़ाई को देहरादून मुख्यमंत्री और गवर्नर के पास तक लेकर जाएंगे।हरीश रावत ने कहा कि हरिद्वार में कानून-व्यवस्था बिल्कुल ध्वस्त हो गई है। जिले में बलात्कार जैसे जघन्य अपराध हो रहे है। दलित और अल्पसंख्यक असुरक्षित है।व्यापारी भी अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं।ये सरकार लोगों को सुरक्षा और कानून-व्यवस्था देने में पूरी तरह से फेल है। उन्होंने कहा कि डकैत दिनदहाड़े आए और ज्वेलरी शोरूम में डकैती डालकर फरार हो गए।अभी तक भी पुलिस उन डकैतों का पता नहीं लगा पाई है। उसी के विरोध में आज हरीश रावत ने मौन उपवास रखा और मार्च भी निकाला। हरीश रावत ने साफ किया कि उन्होंने पहले ही हरिद्वार के पुलिस-प्रशासन को चेतावनी दे दी थी कि वो 11 सितंबर तक हरिद्वार ज्वेलरी लूटकांड का खुलासा नहीं हुआ तो वो 12 सितंबर को विरोध प्रदर्शन करेंगे और फिर इस मामले को लेकर देहरादून तक जाएंगे। उन्होंने कहा ने कहा कि रानीपुर मोड हरिद्वार का सबसे व्यस्थ चौराहा है, यहां पुलिस की लगातार गश्त के बावजूद उसके यहां पर डकैती पड़ गई।पुलिस की इससे ज्यादा नाकामी क्या होगी? हरीश रावत ने कहा कि बीते रोज मंगलौर में भी पुलिस चौकी से 200 मीटर की दूरी पर इसी तरह की लूट हुई है। उन्होंने ऐसा लगता है कि हरिद्वार लुटेरों का स्वर्ग बन गया है। आपको बताते चलें कि बीते एक सितंबर को हरिद्वार रानीपुर मोड के पास हथियार बंद बदमाशों ने दिनदहाड़े पांच करोड़ रुपए की लूट की वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए।पुलिस इस मामले का अभी तक खुलासा नहीं कर पाई है।जिसको लेकर आज हरिद्वार ने पुलिस-प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया

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