पटना में गांधी संग्रहालय ‘बापू टावर’ तैयार… 2 अक्टूबर को लोकार्पण करेंगे CM नीतीश कुमार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बापू टावर के प्रेक्षागृह, प्रतीक्षा कक्ष, लाउंज, दीर्घा, अनुसंधान केन्द्र, आगंतुक सुविधाएं और अन्य ढांचों की जानकारी ली. भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने बताया है कि बापू टावर का लोकार्पण 2 अक्टूबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथों किया जाएगा.बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के गर्दनीबाग में बापू टावर के प्रदर्श का निरीक्षण किया. सीएम नीतीश कुमार ने बापू टावर के भूतल, तृतीय और पंचम तल पर जाकर काम काज का जायजा लिया. मुख्यमंत्री ने ग्राउंड फ्लोर पर बने ओरियेंटेशन हॉल में टर्न टेबल थियेटर शो का निरीक्षण किया. भवन निर्माण विभाग सचिव कुमार रवि ने मुख्यमंत्री को यहां की पूरी जानकारी दी. जो लोग बापू टावर देखने आएंगे, वे ओरिएंटेशन हॉल में बापू की जीवनी, उनके आदशों के साथ-साथ बिहार की गौरव गाथा भी देख सकेंगेइस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि बापू टावर के माध्यम से नई पीढ़ी बापू की जीवनी, उनके विचारों और उनके आदर्शों को विस्तार से जान सकेगी. यहां बापू के जीवन की ऐतिहासिक घटनाएं, स्वतंत्रता संग्राम, बिहार से उनका लगाव आदि को प्रदर्शित किया जा रहा है. आमलोग यहां आकर उसे देख और समझ सकेंगे. पूरे परिसर को हरा-भरा और सुव्यवस्थित बनाया गया हैपटना का नया दर्शनीय स्थल उन्होंने कहा कि बापू टावर बेहतर तरीके से बनाया गया है. यह एक दर्शनीय स्थल होगा. उन्होंने कहा कि इसके निर्माण कार्य को कई बार देखा है और सुझाव भी देते रहे हैं. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि बापू टावर के चारों तरफ सड़कों का चौड़ीकरण होना चाहिए. यहां आने वाले लोगों को सुविधा होनी चाहिए. सड़कों के किनारे वृक्षारोपण कराये जाने चाहिए2 अक्टूबर 2018 को हुआ शिलान्यास 10 अप्रैल 2017 से 20 अप्रैल 2018 तक चम्पारण सत्याग्रह शताब्दी समारोह का आयोजन किया गया था. राष्ट्रीय विमर्श कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने गांधी जी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए पटना में बापू टावर बनाने की घोषणा की थी. सीएम की परिकल्पना के मुताबिक गर्दनीबाग में 7 एकड़ में भवन निर्माण विभाग की ओर से बापू की 150वीं जयंती पर 2 अक्टूबर 2018 को इसका शिलान्यास कराया गया. दो भागों में संग्रहालय बापू टावर के दो मुख्य भाग हैं आयताकार एवं शंकुकार. आयताकार भवन में 3 प्रदर्श गैलरी, प्रेक्षागृह, अस्थायी प्रदर्शनी दीर्घा, कार्यालय कक्ष, प्रतिक्षालय, म्यूजियम शॉप और जलपान गृह है. 102 फीट ऊंचे शंकुकार भवन में 5 रैम्प हैं. जिस पर गांधी जी के जीवन से संबंधित सभी जानकारियां, म्यूरल, कटआउट, स्क्रीन प्रोजेक्टर से माध्यम से प्रदर्शित की गयी हैं. इसके बाद मुख्यमंत्री ने टेक्नोलॉजी भवन, विश्वेश्वरैया भवन, विकास भवन के बाहरी साज-सज्जा एवं लाइटिंग कार्य को भी देखा और उसकी प्रशंसा की.