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वक्त सब सीख देता है हार हो या जीत – श्री महंत रविंद्र पुरी

वक्त से हारा या जीता नहीं जाता, केवल सीखा जाता है — यह वाक्य हमें यह समझाने के लिए काफी है कि जीवन में सबसे बड़ा शिक्षक खुद समय है।
जब परिस्थितियाँ हमारे अनुकूल नहीं होतीं, तब हम हार नहीं रहे होते, बल्कि अपने भीतर के नए रूप को गढ़ रहे होते हैं।
हर व्यक्ति अपने जीवन में उतार-चढ़ाव से गुजरता है, पर जो इन परिस्थितियों से भाग जाता है, वह सीखने का अवसर खो देता है। जो उनसे जूझता है, वह अपने अनुभवों से और भी परिपक्व बन जाता है।
वक्त के साथ-साथ जीना और उससे सीखना ही जीवन का असली ज्ञान है। जब समय कठिन होता है, तब हमें लगने लगता है कि सब कुछ खत्म हो गया है, लेकिन वास्तव में वही समय हमें सबसे मजबूत बनाता है।
यह हमें धैर्य, सहनशीलता और परिपक्वता की सबसे बड़ी सीख देता है। कोई व्यक्ति तब तक असफल नहीं होता जब तक वह प्रयास करना नहीं छोड़ देता। जो व्यक्ति हर परिस्थिति से सबक लेता है, वह कभी हारता नहीं — क्योंकि वह हर बार खुद को सुधार लेता है।
समय कभी स्थिर नहीं रहता। जो आज कठिन लग रहा है, वही कल हमारी सफलता की नींव बन सकता है।
इसलिए असफलता या कठिनाई से डरने के बजाय उसे अपनाओ, क्योंकि हर कठिन समय यह बताता है कि हम किस दिशा में आगे बढ़ सकते हैं। जीवन का हर पल हमें कुछ सिखाने के लिए आता है ।
कुछ सबक मीठे होते हैं, तो कुछ कड़वे, लेकिन हर सबक हमें बेहतर इंसान बनने की ओर ले जाता है।
जो व्यक्ति समय को समझ लेता है, वह जीवन के हर पहलू में शांत और स्थिर रहता है।
उसने यह जान लिया होता है कि वक्त किसी के लिए रुकता नहीं, इसलिए शिकायत करने के बजाय उसमें सीख खोज लेना ही बुद्धिमानी है।
अंत में यही सच है कि समय किसी को हराता या जिताता नहीं, वह केवल हमें परिपक्व और सक्षम बनाता है ताकि अगला कदम हम पहले से बेहतर उठा सकें।
मां भगवती मनसा देवी का आशीर्वाद आप सब पर सदैव बना रहे। हर हर महादेव।

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