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श्री महंत राजेंद्र दास बने अध्यक्ष बाबा हठयोगी बने महामंत्री वैष्णव अखाड़ा परिषद के

अखाड़ा परिषद और संन्यासी अखाड़ों के साथ नहीं रहेगा संबंध श्री महंत राजेंद्र दास

अखिल भारतीय वैष्णव अखाड़ा परिषद के बैनर तले एकजुट हुए बैरागी अखाड़े
श्रीमहंत राजेंद्रदास बने अखिल भारतीय वैष्णव अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष
बाबा हठयोगी महामंत्री
हरिद्वार, 8 नवम्बर। बृहष्पतिवार को प्रयागराज में कुंभ मेला प्रशासन के साथ बैठक के दौरान संतों के बीच हुए घटनाक्रम के बाद बैरागी अखाड़ों ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद से अलग होने और अखिल भारतीय वैष्णव अखाड़ा परिषद को सक्रिय करने का ऐलान किया है। अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदास महाराज अखिल भारतीय वैष्णव अखाड़ा परिषद के संरक्षक, श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज अध्यक्ष व दिगंबर अखाड़े के बाबा हठयोगी महामंत्री होंगे। श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज ने बताया कि 2010 के हरिद्वार कुंभ में अखाड़ा परिषद के तत्कालीन अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदास महाराज ने अखिल भारतीय वैष्णव अखाड़ा परिषद का गठन किया था। लेकिन श्रीमहंत ज्ञानदास महाराज की व्यस्तता और अन्य कारणों से परिषद का कार्य आगे नहीं बढ़ पाया। श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज ने बताया कि श्रीपंच निर्मोही अनी अखाड़ा, श्रीपंच निर्वाणी अनी अखाड़ा व श्रीपंच दिगंबर अनी अखाड़ा के अंतर्गत वैष्णव अखाड़ों की कुल संख्या 18 है। उन्होंने कहा कि किसी भी अखाड़ा परिषद से अब बैेरागी अखाड़ों का कोई संबंध नहीं है। अखिल भारतीय वैष्णव अखाड़ा परिषद श्रीमहंत ज्ञानदास महाराज के अधूरे कार्यो को आगे बढ़ाएगी, उनके सपनों को पूरा करेगी। सभी वैष्णव अखाड़ों को साथ लेकर प्रयागराज कुंभ को सकुशल संपन्न कराया जाएगा। कुंभ मेले में वैष्णव अखाड़ों को अधिक से अधिक सुविधाएं दिलायी जाएंगी। इसके लिए वैष्णव अखाड़ों के संतों का एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलेगा। अखिल भारतीय वैष्णव अखाड़ा परिषद के महामंत्री बाबा हठयोगी ने कहा कि हमारा किसी के साथ कोई मतभेद नहीं है। यदि कोई हमारे काम में बाधा डालेगा तो उसे मूंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।

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