Farmers Delhi March Live: किसानों का एलान-पैदल ही आगे बढ़ेंगे, सरकार ने दिया पांचवें दौर की वार्ता का न्योता
खास बातें
केंद्र सरकार के प्रस्ताव को मानने से इनकार के बाद किसान आज सुबह 11 बजे दिल्ली कूच करेंगे। इसके लिए शंभू बॉर्डर पर हाईड्रोलिक क्रेन, जेसीबी व बुलेटप्रूफ पोकलेन जैसी भारी मशीनरी लाई गई है। वहीं पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने किसानों के कूच को रोकने के आदेश दिए हैं। यहां पढ़ें किसान आंदोलन का हर अपडेट…
लाइव अपडेट
ट्रैक्टरों को पीछे हटने के आदेश
किसान संगठनों के नेताओं ने घोषणा की है कि ट्रैक्टर बंद कर दें, किसान नेता पैदल ही आगे जाएंगे। ट्रैक्टर आगे नहीं जाएंगे। हरियाणा पुलिस द्वारा पांच मिनट लगातार आंसू गैस गोले छोड़े गए, जिसके बाद किसान नेताओं ने आगे चल रहे युवाओं को दो कदम पीछे हटने के लिए कहा। किसान नेता डल्लेवाल ने कहा कि वह सरकार की तरफ से बातचीत के लिए प्रस्ताव का कुछ मिनट इंतजार करेंगे।
ड्रोन से गिराए आंसू गैस के गोले, किसानों ने पतंग की डोर में फंसाए
शंभू बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस ने ड्रोन से आंसू गैस के गोले छोड़े। ड्रोन को फंसाने के लिए किसान पतंग उड़ा रहे हैं। किसानों ने पतंग की डोर से ड्रोन को फंसाने की कोशिश की तो ड्रोन वापस चले गए। किसानों ने गुलेल का भी इंतजाम कर लिया है।
फिर किसानों से बात करेगी सरकार
कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा है कि सरकार किसानों से पांचवें दौर की बातचीत के लिए तैयार है।
पानीपत से शंभू बॉर्डर गए किसान
भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले पानीपत के किसान प्राइवेट गाड़ियों में मंगलवार सुबह रवाना हुए। किसान नेता हरेंद्र राणा और अन्य नेताओं की अगुवाई में किसान दस गाड़ियों में रवाना हुए। प्राइवेट गाड़ियों में किसान अलग-अलग स्थानों से आए। किसान भवन पर पुलिस तैनात रही। डीएसपी मुख्यालय धर्मबीर खर्ब ने पुलिसबल के साथ गाड़ियों का पीछा किया। किसानों ने चेतावनी दी कि पुलिस प्रशासन ने रोकने का प्रयास किया तो वे सारे नाके तोड़ देंगे। गुप्तचर विभाग किसानों के कूच को लेकर अलर्ट रहा। पंजाब के किसानों की मदद के लिए भारतीय किसान यूनियन आगे आई।
किसानों पर दागे गए आंसू गैस के गोले
पुलिस ने किसानों पर आंसू गैस के गोले दागने शुरू किए।
हाईकोर्ट पहुंची हरियाणा सरकार
हरियाणा सरकार किसान आंदोलन को लेकर फिर हाईकोर्ट पहुंची है। शंभू और खनौरी बॉर्डर पर बड़ी संख्या में मोडिफाई किए ट्रैक्टरों और ट्रालियों को इकट्ठा न होने की गुहार लगाई गई है। सरकार ने कहा कि यह कानून व्यवस्था के लिए बड़ा खतरा है, पंजाब सरकार इस पर कार्रवाई करे और इन्हें वहीं रोका जाए। हालांकि हाईकोर्ट ने इस पर तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया है।
किसानों से मिलने पहुंचे पंजाब के अधिकारी
पंजाब सरकार के अधिकारी आंदोलनकारी किसानों से मिलने के लिए शंभू बॉर्डर पहुंचे।