धर्म-कर्म

इस महाशिवरात्र‍ि पर शिव योग और घनिष्‍ठा नक्षत्र, जानें आपकी राश‍ि पर असर

इस साल शिवरात्रि का महान पर्व बेहद खास योग में मनाया जा रहा है। इस दिन शिव योग लगा रहेगा और साथ ही नक्षत्र घनिष्‍ठा रहेगा और चंद्रमा गुरु के साथ मकर राशि में रहेगा। इसलिए इस बार की महाशिवरात्रि बेहद खास मानी जा रही है। शिवरात्रि की पूजा संपूर्ण विधि विधान के साथ करने से आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।इस दिन  रुद्राभिषेक कराने का अनन्त पुण्य है।

शिवरात्रि का व्रत करने से मनुष्य इस लोक में सुख पूर्वक रहकर अंत में शिवलोक को प्राप्त होता है। श्रद्धा पूर्वक व्रत करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं, शिवरात्रि के दिन पूरी रात जागरण करके भगवान शिव की भक्ति करने से मनुष्य के जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। महाशिवरात्रि की रात महासिद्धिदात्री मानी जाती है, इस समय किए गए दान, शिवलिंग की पूजा और स्थापना का बहुत महत्व होता है।

2021 महाशिवरात्रि राशिफल

  1. मेष- धन का आगमन व व्यवसाय में वृद्धि होगी। छात्र लाभान्वित होंगे।
  2. वृष- जॉब में प्रोन्नति के अवसर बनेंगे। राजनीतिज्ञ लाभान्वित होंगे।
  3. मिथुन- जॉब में नवीन अवसरों की प्राप्ति हो सकती है। स्किन रोग की सम्भावना रहेगी।
  4. कर्क- छात्र सफल रहेंगे। घर या वाहन खरीद सकते हैं। माता का चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लें।
  5. सिंह-राजनीतिज्ञ लाभान्वित होंगे। कुछ नवीन कार्ययोजना व्यवसाय को लाभान्वित करेगी।
  6. कन्या- आर्थिक उन्नति दिख रही है। जॉब में नवीन अवसरों की प्राप्ति होगी। यश व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।
  7. तुला-बिजनेस में रुके कार्य पूर्ण होंगे। जॉब को लेकर कोई रुका महत्वपूर्ण कार्य पूर्ण होगा।
  8. वृश्चिक- बैंकिंग व मीडिया जॉब से जुड़े लोग लाभान्वित होंगे। आर्थिक सुख में प्रगति से प्रसन्न रहेंगे।
  9. धनु- शिक्षा में सफलता मिलेगी। जॉब से जुड़े लोग प्रोन्नति पा सकते हैं।
  10. मकर- धन का आगमन है। गुरु व शनि का इसी राशि में गोचर आर्थिक प्रगति का सूचक है।
  11. कुम्भ- जॉब को लेकर तनाव अब समाप्त होने वाला है। व्यवसाय में वृद्धि होगी। सांस के रोगी सावधानी बरतें।
  12. मीन- शिक्षा व बैंकिंग फील्ड से सम्बद्ध लोग सफल रहेंगे। जमीन या मकान क्रय करने का संयोग है।

करें शिवलिंग की पूजा 

शिवरात्रि में आप पारद का शिवलिंग अपने घर पर स्थापित कर सकते हैं। शास्त्रों में पारद शिवलिंग को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। पारद का भोलेनाथ से सीधा संबंध होने की वजह से यह बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है, यदि आप श्रद्धा पूर्वक पारद शिवलिंग का दर्शन करते हैं तो इससे आपको अतुल्य पुण्य फलों की प्राप्ति होती है। शिवरात्रि में रात्रि जागरण व उपवास द्वारा अपनी लक्ष्य सिद्धि के लिए निरन्तर ॐ नमः शिवाय का जप करें। इसके अलावा दुर्गासप्तशती का पाठ भी करें।

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